खड़गपुर से सुभाष लाल की रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल के खड़गपुर रेलवे स्टेशन पर उस समय स्थिति अजीब हो गई, जब एक यात्री की जान जाते जाते बची। लेकिन बीच में आए टीटीई ने यात्री को मौत से बचा लिया। या यूं कहे, इस टीटीई ने यमराज के चंगुल से इस यात्री को वापस खींच लिया। बस दो सैकेंड की देरी और यात्री की जा सकती थी जान।
जानकारी के अनुसार खड़गपुर में रेलवे के दो टिकट चेकिंग स्टॉफ सीसीटीसी राकेश कुमार पांडे और विनय कुमार चौधरी टाटानगर रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर थे। इसी दौरान सुबह करीब सवा छह बजे प्लेटफॉर्म नंबर एक से स्टील एक्सप्रेस रवाना हो रही थी और एक यात्री दौड़कर ट्रेन पर चढ़ रहा था। तभी उस यात्री का पैर फिसला और वो संतुलन खोकर दरवाजे से नीचे प्लेटफॉर्म और पटरी के बीच गिरकर घिसटने लगे। फिर क्या था, वहां खड़े वरिष्ठ सीसीटीसी राकेश कुमार पांडे ने बिना पल गंवाए उसे पकड़कर दूर खींचा और उसकी जान बचा ली। इसी दौरान अन्य लोग भी सहायता को आगे आए। और घायल यात्री को प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया। वहां मौजूद हर किसी ने सीसीटीसी राकेश कुमार पांडे की सराहना की और उन्हें यात्री की जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया। कहने लगे कि रेलवे स्टॉफ हो तो ऐसा, अपनी जान को साइड में रख दूसरे की जिंदगी को पहले बचाए। बताया जा रहा है कि ये यात्री टाटानगर से घाटशिला के लिए जा रहा था, जहां रेलवे स्टॉफ ने यात्री को घायल अवस्था में उपचार के बाद टाटानगर से घाटशिला पहुंचाया और परिजनों के हवाले किया। लेकिन यहां वो कहावत चरितार्थ होती नजर आई कि ''जाके राखो साईयां...मार सके ना कोय''। फिलहाल भगवान को उसे बचाना था और वो इस राकेश कुमार पांडे के वेश में आकर उसकी जान बचाकर चला गया।